पिरिडीन (C5 H5 N) एक विषमचक्रीय कार्बनिक यौगिक है, जिसके चक्र में कार्बन के पाँच और नाइट्रोजन का एक परमाणु रहता है। इसके संरचनासूत्र का प्रतिपादनKorner ने १८६९ ई. में किया था। इस सूत्र से पिरिडीन के रासायनिक व्यवहार की व्याख्या ढंग से हो जाती है।
कोयला, पीट-कोयला, काठ और अन्य बिटॅमिनी पदार्थों को तपाने से पिरिडीन बनता है और उनके भंजक आसवन से जो अलकतरा प्राप्त होता है, उसी में यह रहता है। अस्थि के भंजक आसवन से जो अस्थि तेल प्राप्त होता है, उसमें भी पिरिडीन रहता है। कोयले के अलकतरे के प्रभाजित आसवन ...
विकिपीडिया में अधिक पढ़ेंएक लक्षण या बीमारी टाइप करें और जड़ी-बूटियों के बारे में पढ़ें जो मदद कर सकती हैं, एक जड़ी बूटी टाइप करें और बीमारियों और लक्षणों को देखें जिनके खिलाफ इसका उपयोग किया जाता है।
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