जानपदिक जलशोफ (Epidemic dropsy), जलशोफ का प्रचण्ड रूप है। यह सत्यानाशी के तेल आदि से उत्पन्न विषाक्तता के कारण उत्पन्न होता है।
प्रायः सरसों आदि में सत्यानाशी के बीज मिले हों और उससे तेल निकालकर सेवन किया जाय तो जानपदिक जलशोफ उत्पन्न होता है।
1877 ई. में सर्वप्रथम कलकत्ते में इसका उत्पात हुआ था, इसके पश्चात् अन्य स्थानों में यह फैला। सत्यानाशी (Argemone mexicana) के तेल का सेवन इसका प्रधान कारण और चावल का सेवन इसका सहायक कारण है। सत्यानाशी के तेल की सरसों के तेल के साथ मिलावट की जाती है और इस मिलावटी ...
विकिपीडिया में अधिक पढ़ेंएक लक्षण या बीमारी टाइप करें और जड़ी-बूटियों के बारे में पढ़ें जो मदद कर सकती हैं, एक जड़ी बूटी टाइप करें और बीमारियों और लक्षणों को देखें जिनके खिलाफ इसका उपयोग किया जाता है।
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