भ्रमि या वर्टिगो (Vertigo /ˈvɜː(ɹ)tɨɡoʊ/) एक प्रकार का घुमनी या चक्कर-आना (dizziness) है जिसमें व्यक्ति गति की अनुभूति होती है जबकि वास्तव में वह स्थिर होता है। यह अंतःकर्ण के प्रघाण तंत्र (vestibular system) की दुष्क्रिया (dysfunction) के कारण उत्पन्न होता है। भ्रमि की दशा में जी-मचलता (nausea) है और उल्टी होती है। खड़े रहने या चलने में कठिनाई होती है।
भ्रमि, तीन तरह की होती है-
वस्तुनिष्ठ (objective) - चींजे रोगी के चारो ओर घूमती हुई प्रतीत होतीं हैं।
'व्यक्तिनिष्ठ (subjective) - रोगी स्वयं घूमता ...
विकिपीडिया में अधिक पढ़ेंएक लक्षण या बीमारी टाइप करें और जड़ी-बूटियों के बारे में पढ़ें जो मदद कर सकती हैं, एक जड़ी बूटी टाइप करें और बीमारियों और लक्षणों को देखें जिनके खिलाफ इसका उपयोग किया जाता है।
* सभी जानकारी प्रकाशित वैज्ञानिक शोध पर आधारित है