सैलिसिलिक अम्ल अर्थोहाइड्रोक्सि बेंजोइक अम्ल है जो मेथाइल एस्टर के रूप में विंटरग्रीन तेल का प्रमुख अवयव है। यह रंगहीन क्रिस्टलीय कार्बनिक अम्ल है जो कार्बनिक संश्लेषण में बहुत प्रयोग किया जाता है। यह पादप हार्मोन के रूप में भी कार्य करता है। इसका अणुसूत्र C6H4(OH)COOH है जहाँ OH समूह कार्बोक्सिल समूह के आर्थो है। इसको 2-हाइड्रॉक्सीबेंजोइक अम्ल भी कहते हैं।
तेल में सैलिसिन (Salicin) नामक ग्लुकोसाइड रहता है। जिसमें सैलिसिलिक अम्ल सैलिजेनिन नामक ऐल्कोहल से संयुक्त रहता है। यह वर्णरहित सूच्याकार क्रिस्टल ...
विकिपीडिया में अधिक पढ़ेंएक लक्षण या बीमारी टाइप करें और जड़ी-बूटियों के बारे में पढ़ें जो मदद कर सकती हैं, एक जड़ी बूटी टाइप करें और बीमारियों और लक्षणों को देखें जिनके खिलाफ इसका उपयोग किया जाता है।
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