मेरुवक्रता या स्कोलिओसिस (scoliosis) के रोग के कारण मेरुदण्ड सीधी न रहकर किसी एक तरफ झुक जाती है। इससे ज्यादातर छाती और पीठ के नीचे के हिस्से प्रभावित होते हैं। इसे 'रीढ़ वक्रता' या 'पार्श्वकुब्जता' भी कहते हैं।
आमतौर पर स्कोलियोसिस की शुरूआत बचपन या किशोरावस्था में होती है। जब शरीर की वृद्धि या बढ़त (शारीरिक विकास) रुक जाती है, तब तक यह झुकाव साफ नजर आने लगता है। कई बार देखा जाता है कि रीढ़ मुड़कर अंग्रेजी के ‘ऽ’ अक्षर के आकार की हो गई है। इस समस्या के किसी ठोस कारण का अभी तक पता नहीं चल सका है। ...
विकिपीडिया में अधिक पढ़ेंएक लक्षण या बीमारी टाइप करें और जड़ी-बूटियों के बारे में पढ़ें जो मदद कर सकती हैं, एक जड़ी बूटी टाइप करें और बीमारियों और लक्षणों को देखें जिनके खिलाफ इसका उपयोग किया जाता है।
* सभी जानकारी प्रकाशित वैज्ञानिक शोध पर आधारित है