अरबी या घुइयाँ (अंग्रेजी:Taro) के नाम से भी जाना जाता है | मुख्य रूप से इसकी खेती कन्द के लिए ही की जाती है | इसके कन्द की सब्जी बनायी जाती है, उपवास के समय इन्हीं कन्दों का उपयोग फलाहार के लिए उबाल कर किया जाता है | इसके पत्तों की भी सब्जी बनाई जाती है | कुछ प्रजातियों के कन्दों में कनकानाहट पायी जाती है | जो उबाल देने के बाद समाप्त हो जाती है | पत्तियों में कनकनाहट कंन्द की तुलना में अधिक पायी जाती है |
पत्तों तथा डंठलों के रंग के अनुसार अरवी की दो किस्में होती है :
एक किस्म में डंठलें बैगनी रंग ...
एक लक्षण या बीमारी टाइप करें और जड़ी-बूटियों के बारे में पढ़ें जो मदद कर सकती हैं, एक जड़ी बूटी टाइप करें और बीमारियों और लक्षणों को देखें जिनके खिलाफ इसका उपयोग किया जाता है।
* सभी जानकारी प्रकाशित वैज्ञानिक शोध पर आधारित है