शाहजीरा (श्याह जीरा?) जीरे की एक किस्म है। नाम से ही स्पष्ट है कि जीरा की इस किस्म का प्रयोग शाही भोजन को स्वादिष्ट बनाने में होता रहा है। यह सामान्य से कुछ ज्यादा पतला, सुतवां और विशिष्ट सुगंध लिए होता है। अपने मूल रूप में इसका नाम सियाह जीरा है जो इसके काले रंग का परिचायक है। इसे चलती हिन्दी में कालाजीरा भी कहा जाता है।
जीरा श्वेत, श्याम और अरण्य (जंगली) तीन प्रकार का होता है। श्वेत या सफ़ेद जीरे से सब परिचित हैं क्योंकि इसका प्रयोग मसाले के रूप में किया जाता है। औषधियों के रूप में भी जीरे का बहुत ...
एक लक्षण या बीमारी टाइप करें और जड़ी-बूटियों के बारे में पढ़ें जो मदद कर सकती हैं, एक जड़ी बूटी टाइप करें और बीमारियों और लक्षणों को देखें जिनके खिलाफ इसका उपयोग किया जाता है।
* सभी जानकारी प्रकाशित वैज्ञानिक शोध पर आधारित है